इस नाभिकीय क्षय में:

$_z{X^A}{ \to _{z + 1}}{Y^A}{ \to _{z - 1}}{K^{A - 4}}{ \to _{z - 1}}{K^{A - 4}}$

उत्सर्जित कणों का क्रम होगा

  • [AIPMT 1993]
  • [AIPMT 2009]
  • A

    $\alpha,\;\beta,\;\gamma $

  • B

    $\beta ,\;\alpha ,\;\gamma $

  • C

    $\gamma ,\;\alpha ,\;\beta $

  • D

    $\beta ,\;\gamma ,\;\alpha $

Similar Questions

एक नाभिक $_Z{X^A}$, $3 \alpha$,- कण एवं $5 \beta$ - कण उत्सर्जित करता है। अन्तिम नाभिक में कुल न्यूट्रॉनों एवं प्रोटॉनों का अनुपात हैं

निम्नलिखित रेडियोएक्टिव क्षय प्रक्रम पर विचार कीजिये

$\mathrm{A}_6$ का परमाणु भार तथा परमाणु क्रमाक हैं:

  • [JEE MAIN 2023]

जब $_4B{e^9}$ परमाणु पर $\alpha - $ कणों की बौछार करते हैं, तो नाभिकीय अभिक्रिया से $_6{C^{12}}$ प्राप्त होता है, तब दूसरा कण होगा

एक नाभिक ${ }_Z^A X$ का द्रव्यमान $(A-Z)$ न्यूट्रॉनों एवं $Z$ प्रॉटोनों के द्रव्यमानों के योग से कम होता है। द्रव्यमानों की कमी के समतुल्य ऊर्जा को बंधन ऊर्जा कहते हैं। एक द्रव्यमान $M$ कर भारी नाभिक $m_1$ तथा $m_2$ द्रव्यमानों के दो हल्के नाभिकों में विघटित हो सकता ह है, यदि $\left(m_1+m_2\right)M^{\prime}$ कुछ परमाणुओं के द्रव्यमान नीचे टेबिल में दिये गये है :

${ }_1^1 H$  $1.007825 u$ ${ }_2^1 H$ $2.014102 u$ ${ }_3^1 H$ $3.016050 u$ ${ }_2^4 He$ $4.002603 u$
${ }_3^6 Li$ $6.015123 u$ ${ }_7^3 Li$ $7.016004 u$ ${ }_70^30 Zn$ $69.925325 u$ ${ }_{34}^{82} Se$ $81.916709 u$
${ }_{64}^{152} Gd$ $151.919803 u$ ${ }_{206}^{82} Gd$ $205.974455 u$ ${ }_{209}^{83} Bi$ $208.980388 u$ ${ }_{84}^{210} Po$ $209.982876 u$

$1.$ सही प्रकथन है|

$(A)$ नाभिक ${ }_3^6 Li$ एक ऐल्फा कण उत्सर्जित कर सकता है।

$(B)$ नाभिक् ${ }_{84}^{210} P _0$ एक प्रोटॉन उत्सर्जित कर सकता है।

$(C)$ डयूटरॉन और ऐल्फा कण पूर्ण संलयन करा सकते है।

$(D)$ नाभिक ${ }_{30}^{70} Zn$ एवं नाभिक ${ }_{34}^{82} Se$ पूर्ण संलयन कर सकते है।

$2.$ जब विरामावस्था में नाभिक ${ }_{84}^{210} P _0$ ऐल्फा क्षय करता है, तब ऐल्फा कण की गतिज ऊर्जा ( $keV$ में) होती है।

$(A)$ $5319$ $(B)$ $5422$ $(C)$ $5707$ $(D)$ $5818$

इस प्रश्न के उतर दीजिये $1$ ओर $2.$

  • [IIT 2013]

$1\alpha $ तथा $2\beta $ के उत्सर्जन के पश्चात्

  • [AIPMT 1999]